HOD– Smt. Janki Yadav

QUALIFICATION– M.A.

DESIGNATION– Guest Lecturer

NAME– Manoj Kumar Bhagat

QUALIFICATION– M.A.

DESIGNATION– Guest Lecturer

NAME– Uma Rathiya

QUALIFICATION– M.A.

DESIGNATION– Lecturer Through Janbhagidari

समाजशास्त्र

PROGRAM OUTCOME U.G.

PsO:1 विद्यार्थी मनोवैज्ञानिक ज्ञान अर्जित कर सकते हैं।

PsO 2: समाजशास्त्र अध्यन के करने के बाद विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के प्रतियोगी परीक्षा एवं नौकरी अर्जित कर सकते हैं

PsO 3: जनगणना के बारे मे जानकर जनगणना विभाग में वे अपना योगदान देने में सक्षम होंगे।

PsO 4: स्वास्थ्य विभाग में भी विद्यार्थी अपना योगदान दे सकते हैं

PsO 5: महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में यदि विद्यार्थी को सेवा का अवसर मिल तो वे बखुबी निभायेंगे।

PsO 6: समाज कल्याण के क्षेत्र में भी अपना योगदान दे सकते हैं

P.o.1छात्र समाज में परिवार एवं नातेदारी के महत्व की भूमिका जैसे व्यक्तित्व विकास सामाजिक सुरक्षा एवं जैविकीय प्राणी से सामाजिक प्राणी बनाने जैसे महत्वपूर्ण भूमिका को समझकर अपने आने वाले कल के लिए एक बेहतर नातेदारी की भूमिका अदा करेंगे।

P.o.2:छात्र सक्षम होंगे सामाजिक मुद्दे और इसके वैश्विक प्रभाव पर गंभीर रूप से सोचने में।

P.o.3 : विद्यार्थी समाजीकरण की प्रक्रिया को जीवन पर्यंत अपनाएंगे।

P.o.4: विद्यार्थी समाजशास्त्र की उपयोगिता को समझकर समाज में व्याप्त समस्याओ के निराकरण के उपाय खोजने में सक्षम होंगे।

P.o.5: छात्र को सामाजिक परिवर्तन की व्यापक पृष्ठभूमि पर अपने आपको कैसे समायोजित करना है, इसकी जानकारी प्राप्त होगी।

P.o.6: विद्यार्थी सामाजिक सुदृढ़ता को समझकर समाज में जीवन से जुडे मसौदा तैयार करने में सक्षम होंगे।

P.o.7: विद्यार्थी जानेगे कि समाज का कैसा क्रमबद्ध विकास हुआ, तथा प्रत्यक्षवाद अर्थात तार्किक प्रकृति को अपनाकर अपने बौद्धिकता का परिचय देंगे।

P.o.8: सामाजिक अनुसंधान का वैचारिक आधार प्रभावी ढंग से संचार और सामाजिक अवधारणाओ जो कि जीवन से जुड़े सिद्धांत का मसौदा तैयार करने में सक्षम होंगे।

P.o.9: विद्यार्थी अपने भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता से अवगत होकर उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास करेंगे।

P.o.10: छात्र अपराधशास्त्र को पढकर अपराध और दण्ड को समझने में सक्षम होंगे तथा वे कानून एवं समाज सम्मत व्यवहार करेंगे।

P.o.11: छात्र समाज में व्याप्त सामाजिक व्याधि जैसे:_मद्यपान, मादकद्रवव्यसन, अपराध, बाल अपराधगणि का वृत्ति आदि से परिचित होकर इसे दूर करने के कारगर उपाय खोजेंगे।

C.0.1: समाजशास्त्र के प्रकृति, समूह, समुदाय, संस्था, प्रिस्थिति तथा भूमिका को समझेंगे।

C.02:आधुनिकता एवं उत्तर आधुनिकता के संदर्भ में विभिन्न विद्वानों के मत को छात्रों ने जाना

C.03:_माल्थस के जनसंख्या के वृद्धि सिद्धांत को छात्रों ने समझा

C.04: छात्र विवाह के पद्धति एवं परिवार तथा नातेदारी के बारे में जाने।

C.06: छात्र वर्ण ,धर्म ,कर्म, पुरुषार्थ तथा आश्रम व्यवस्था से अवगत हुए

C.07:विद्यार्थी नौकरशाही, सत्ता, अतिरिक्त मूल्य के सिद्धांत तथा सामाजिक एकता के सिद्धांत से अवगत हुए।

C.08: छात्र औद्योगिक नीति , औद्योगिक स्थापना ,श्रम एवं श्रमिकों की समस्याओं तथा आवश्यकताओ और श्रम कानूनों से अवगत हुए।

C.09: नगर एवं ग्रामीण समाज से अवगत हुए

10: छात्र अपराध एवं बाल अपराध तथा दण्ड के सिद्धांत से अवगत हुए





PROGRAM OUTCOME PG





P.O.1. विद्यार्थी समाजशास्त्र की उपयोगिता को समझ कर समाज में व्याप्त समस्याओं के निराकरण के उपाय खोजने में सक्षम होंगे

P.O.2. विद्यार्थी सामाजिक सुदृढ़ता को समझ कर सामाजिका जीवन से जुड़े मसौदा तैयार करने में सक्षम होंगे

P.O. 3. विद्यार्थी जानेंगे कि समाज का कैसा क्रमबद्ध विकास हुआ तथा प्रत्यक्षवाद अर्थात तार्किक प्रकृति को अपनाकर अपने में

P.O. 4. सामाजिक अनुसंधान का वैचारिक आधार प्रभावी ढंग से संचार और सामाजिक अवधारणाओं जोकि जीवन से जुड़े सिद्धांत का मसौदा तैयार करने में सक्षम होंगे

P.O.5. विद्यार्थी अपने भारतीय संस्कृति और सभ्यता से अवगत होकर उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास करेंगे



COURSE OUTCOME P.G.

द्वितीय सेमेस्टर



C.O.1. इकाई प्रथम का अध्ययन करने पर विद्यार्थी गण आधुनिकता एवं उत्तर आधुनिकता की अवधारणा से परिचित होंगे

2. इकाई द्वितीय का अध्ययन करने के बाद विद्यार्थी का संरचनात्मक एवं प्रकार्यात्मक सिद्धांत के अंतर्गत टाॅलकाट पारसंस का सामाजिक व्यवस्था एवं कार्य तथाआर के मटॅन का का प्रकार्यात्मक एवं कार्यात्मक तथा नवप्रकार्यात्मक सिद्धांत से अवगत हुए

3. इकाई 3 के अध्ययन करने पर छात्र गण संघर्ष के सिद्धांत में डेहरन डार्फ एवं कोजर का सिद्धांत तथा आर कॉलिंस एवं कार्ल मार्क्स के सिद्धांत को जाना

4. इकाई 4 अध्ययन करने पर प्रघट ना शास्त्र क्या है, से अवगत हुए एवं एडमंड तथा शूटज के विचार को जाना एवं गारपफिंकल के विचार से छात्र गण अवगत हुए

5. इकाई 5 का अध्ययन करने पर भारतीय समाजशास्त्र सिद्धांत जिसमें राधा कमल मुखर्जी द्वारा प्रतिपादित सामाजिक मूल्य के सिद्धांत ए आर देसाई का भारत में राष्ट्रवाद के उदय तथा विवेकानंद जी का आलेख भारत का भविष्य एवं जी एस घुरिये द्वारा प्रतिपादित जाति व्यवस्था से परिचित हुए

C.O.1. इकाई प्रथम के अध्ययन करने पर विद्यार्थी सांख्यिकी के अवधारणा विशेषता उपयोगिता एवं सीमाएं से परिचित हुए

2. इकाई दो के अध्ययन करने पर छात्र गण माध्य माध्यिका बहुलक के अर्थ विशेषता उपयोगिता सीमाएं तथा समस्याओं को जाना

3. इकाई 3 का अध्ययन करने पर तथ्यों के प्रेक्षण प्रदर्शन के अर्थ विशेषताएं प्रकार उपयोगिता तथा सीमाएं से अवगत हुए

4. इकाई 4 के अध्ययन करने पर विद्यार्थी गण तथ्यों का ग्राफिक प्रस्तुति अर्थ प्रकार पद्धति विधि उपयोगिता आदि से परिचित हुए



5 . सामाजिक अनुसंधान में कंप्यूटर उपयोगिता समस्याएं एवं संभावनाएं से छात्र गण अवगत हुए



तीसरा सेमेस्टर

C.O.1. इकाई प्रथम के पूर्ण होने पर जनसंख्या की अवधारणा स्त्रोत विषय वस्तु विषय क्षेत्र और महत्व जनसंख्या अध्ययन तथा भारत में जनसंख्या को छात्र ने जाना

2. इकाई दो का अध्ययन करने पर जनगणना का अर्थ विशेषताएं योजना एवं जनगणना स्त्रोत तथा महत्त्व से विद्यार्थी गण परिचित हुए

3. इकाई 3 के के बाद छात्र गण भारत में प्रजनन एवं जन्म दर एवं मृत्यु दर जनसंख्या का घनत्व से अवगत हुए

4 इकाई 4 के अध्ययन करने पर माल्थस के जनसंख्या का सिद्धांत था हरबर्ट स्पेंसर जनसंख्या का जैविक सिद्धांत कार्ल मार्क्स कार्ल मार्क्स का सिद्धांत तथा इष्टतम जनसंख्या का सिद्धांत से परिचित हुए

5. इकाई 5 का अध्ययन करने पर भारत में अधिक जनसंख्या की समस्या भारतीय सामाजिक सांस्कृतिक पहलू से विद्यार्थी गण परिचित हुए

C.O.1. इकाई प्रथम के पूर्ण होने पर विद्यार्थी गण अपराध के लिए वैचारिक दृष्टिकोण कानूनी व्यावहारिक और समाजशास्त्रीय दृष्टि कोण विचलन अपराध और अपराध के प्रकार आर्थिक हिंसक सफेदपोश अपराध आदि से विद्यार्थी गण अवगत हुए

2. इकाई दो में अपराध के कारणों परिपेक्ष्य में शास्त्रीय प्रत्यक्ष वादी मनोवैज्ञानिक समाजशास्त्री आदि सिद्धांतके बारे में विद्यार्थीयो ने जाना

3. इकाई 3 के पूर्ण होने के पश्चात अपराध और अपराधियों की प्रोफाइल बदलना संगठित अपराध महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध साइबर अपराध आदि से परिचित हुए विद्यार्थी गण

4. इकाई 4 सामाजिक समस्याएं शराब और नशीली दवाओं की लत गणिका वृत्ति आत्महत्या आतंकवाद आदि से छात्र गण अवगत हुए

5. इकाई पांच पूर्ण होने पर दंड के सिद्धांत प्रतिशोध निवारक सुधारात्मक उपयोगिता और सजा की लत आदि से विद्यार्थी गण अवगत हुए



सेमेस्टर 4 सेमेस्टर

C.O.1. इकाई प्रथम भारतीय जनसंख्या वृद्धि और प्रक्षेपण की दर जनसंख्या की संरचना भारत में परिवार नियोजन आदि से परिचित हुए छात्र गण

2. इकाई दो भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं को प्रभावित करने वाले कारक भारत में कानून के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य सुधार एवं सुझाव को छात्र गण ने जाना जनसंख्या शिक्षा अर्थ तत्व वस्तुएं एवं महत्व को विद्यार्थियों ने समझा

4. इकाई 4 में भारत में जनगणना जनसंख्या प्रक्षेपण भारत में जनसंख्या नीति से विद्यार्थी अवगत हुए

5. जनसंख्या के विभिन्न वर्षो के आंकड़ा तथा सामाजिक परिवर्तन से परिचित हुए